सन 2014 से HRC में निवासी प्रशिक्षण की शुरुआत की गई। दो वर्ष का धम्मचारी दीक्षा प्रशिक्षण सुरू किया गया। उसके बाद एक महीने का प्राथमिक धम्म प्रशिक्षण एवं तीन महीने का धम्ममित्र प्रशिक्षण चालू किया गया। दिसम्बर 2019 तक एक महीने के 13 बैचेस को प्रशिक्षण दिये गये और तीन महीने के 4 बैचेस का प्रशिक्षण दिया गया। इसके साथ दो वर्ष का और 18 महीने का धम्मचारी दीक्षा प्रशिक्षण पूरा किया गया। इन सभी प्रशिक्षणों में 18 – 30 के उम्र के कुल 66 युवाओं ने लाभ उठाया। इन प्रशिक्षणों के परिणाम स्वरूप अभी तक 10 धम्ममित्र बने और चार लोगों की धम्मचारी दीक्षा हुई। सात लोग धम्मचारी दीक्षा के प्रशिक्षण में है।
आज तक लाभान्वित सभी युवाओं का पहला सम्मेलन 3 से 6 जनवरी 2020 को शिविर केंद्र में आयोजित किया गया, जिसमे 24 लोगों ने सहभाग लिया।
इस परिषद में हमने यह देखा है कि युवाओं को अपने जीवन में बड़ा परिवर्तन लाने के लिए बहुत लाभ हुआ। जादातर लोग गहराइ से T. B. M. के साथ जुड़ गये। बहुत सारे लोगों ने अपनी यस्त व्यस्त जीवन कि स्थिति को सवांर लिया और ज्यादा जिम्मेदार जीवन बनाने के लिए कोशिश करने लगे।
1) पीछे खड़े (बाये से): जगबंधु (उड़ीसा), प्रशांत कुमार (उड़ीसा), रवींद्र राऊत (सकोली, महा.), धम्मचारी संघकुमार (पद्मकुल, बोरधरण), रौशन कुमार (सासाराम, बिहार), धम्मचारी तेजवर्धन (पद्मकुल, बोरधरण), रितेश कुमार (औरंगाबाद, बिहार), अतुल खोब्रागड़े (कामठी), प्रमोद मेश्राम (चंद्रपुर), सुशांत दुपारे (यवतमाल), धम्मचारी कुमारजीव (पद्मकुल, बोरधरण), मनोज कुमार (बिहार), प्रियांशु राजकट्टा (कामठी), देवेंद्र कुमार (मेरठ, उ.प्र.)
2) निचे बैठे (बाये से): गौतम झनके (धरणगाव, महा.), स्वप्निल कुमार (सीतापुर, उ.प्र.), विशाल कुमार (बुद्धगया उ.प्र.), प्राशिक मेश्राम (नागपुर), प्रियांशु पाटील (), तृणाल भैसारे (खापरखेड़ा, नागपुर), वैभव लोणारे (पवनी, भंडारा), दुर्वास हुमने (साकोली, भंडारा), शुभम मनोहर (सेवाग्राम, वर्धा), प्रितम देवतले (यवतमाल), शिद्धार्थ कांबले (लातूर)